आत्मीय!
वंदे मातरम.
आपका संदेश मिला. दोहा संसार में भेजे गए दोहे मेरे मौलिक रचनाकर्म के उदाहरण हैं. मैं हिन्दयुग्म नेट पत्रिका में दोहा लेखन की कक्षाएं ले रहा हूँ. आप इन्हें अपने पृष्ठों पर प्रकाशित करें तो पाठक आनंद पाएंगे.
सधन्यवाद
सलिल
आचार्य संजीव "सलिल"संपादक
दिव्य नर्मदा [email protected]
sanjivsalil.blogspot.com / anjivsalil.blog.co.in
प्रेषक: आचार्य संजीव 'सलिल', संपादक दिव्य नर्मदा
ई मेल; सलिल.संजीव@जीमेल.कॉम वार्ता: ०७६१२४१११३१ /
९४२५१ ८३२४४
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संपर्क
नारायण राव
[email protected]
यदि आप अपनी रचनाएँ नारायण कुंज पेज पर प्रकाशन चाहते है. तो मेल करे, तथा प्रकाशन अनुमती एवं मौलिक प्रमाण अवश्य भेजे.
narayankunj@rediff.com
आप हिंदी लिख सकतें है
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